Class 12th Political Science Ncert Solutions in Hindi Chapter-6

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हमारे www.ncertskill.com  के इस पोस्ट में आपका स्वागत है, इस पोस्ट में आप कक्षा 12 के राजनीति शास्त्र [ खण्ड ‘अ’ समकालीन विश्व राजनीति ] पाठ्यपुस्तक पहला अध्याय- 6 अन्तर्राष्ट्रीय संगठन [International Organisation] का पूरा समाधान देखेंगे | कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक राजनीति शास्त्र का पूरा समाधान हिंदी में. इस पोस्ट में आप Class 12th Political Science Book Solutions for Mp Board देख सकते है. यह सभी स्टूडेंट्स के लिए फ्री है. आप इस पेज पर 12 political science solutions in Hindi textbook बिलकुल ही फ्री में पढ़ सकते है. यह समाधान कक्षा 12 के राजनीति शास्त्र के नवीनतम पाठ्यक्रम  पर आधारित है. इसमें कक्षा 12 के राजनीति शास्त्र के हर चैप्टर के समाधानं नवीनतम पाठ्यक्रम पर आधारित है.

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Ncert Solutions For Class 12th Political Science in Hindi | Chapter -6अन्तर्राष्ट्रीय संगठन [International Organisation]

Class 12th Political Science Ncert Solutions in Hindi Chapter 6

अध्याय 6

अन्तर्राष्ट्रीय संगठन [International Organisation]

 

12th Political Science पाठान्त प्रश्नोत्तर

 

प्रश्न 1. निषेधाधिकार (वीटों) के बारे में नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। इनमें प्रत्येक के आगे सही या गलत का चिन्ह लगाएँ।

(क) सुरक्षा परिषद् के सिर्फ स्थायी सदस्यों को ‘वीटो’ का अधिकार है।

(ख) यह एक तरक की नकारात्मक शक्ति है।

(ग) सुरक्षा परिषद् के फैसलों से असंतुष्ट होने पर महासचिव ‘वीटो’ का प्रयोग करता है।

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(घ) एक ‘वीटो’ से भी सुरक्षा परिषद् का प्रस्ताव नामंजूर हो सकता है।

उत्तर- (क) सही, (ख) सही, (ग) गलत, (घ) सही।

 

प्रश्न 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के कामकाज के बारे में नीचे कुछ कथन दिए गए हैं। इनमें से प्रत्येक के सामने सही या गलत का चिन्ह लगाएँ ।

(क) सुरक्षा और शान्ति से जुड़े सभी मसलों का निपटारा सुरक्षा परिषद् में होता है।

(ख) मानवतावादी नीतियों का क्रियान्वयन विश्वभर में फैली मुख्य शाखाओं तथा एजेंसियों के मार्फत होता है।

(ग) सुरक्षा के किसी मसले पर पाँचों स्थायी सदस्य देशों का सहमत होना उसके बारे मैं लिए गए फैसले के क्रियान्वयन के लिए जरूरी है।

(घ) संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के सभी सदस्य संयुक्त राष्ट्र संघ के बाकी प्रमुख अंगों और विशेष एजेंसियों के स्वतः सदस्य हो जाते हैं।

उत्तर- (क) सही, (ख) सही, (ग) सही, (घ) गलत।

प्रश्न 3. निम्नलिखित में से कौन-सा तथ्य सुरक्षा परिषद् में भारत की स्थायी सदस्यता के प्रस्ताव को ज्यादा वजनदार बनाता है?

(क) परमाणु क्षमता

(ख) भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के जन्म से ही उसका सदस्य है

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(ग) भारत एशिया में हैं

(घ) भारत की बढ़ती हुई आर्थिक ताकत और स्थिर राजनीतिक व्यवस्था

 उत्तर- (घ) भारत की बढ़ती हुई आर्थिक ताकत और स्थिर राजनीतिक व्यवस्था ।

 

 प्रश्न 4. परमाणु प्रौद्योगिकी के शान्तिपूर्ण उपयोग और उसकी सुरक्षा से सम्बद्ध संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी का नाम है-

(क) संयुक्त राष्ट्र संघ निरस्त्रीकरण समिति

(ख) अन्तर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेन्सी

(ग) संयुक्त राष्ट्र संघ अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा समिति

(घ) इनमें से कोई नहीं

उत्तर- (क) संयुक्त राष्ट्र संघ निरस्त्रीकरण समिति

 

 प्रश्न 5. विश्व व्यापार संगठन निम्नलिखित में से किस संगठन का उत्तराधिकारी है?

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(क) जनरल एग्रीमेंट ऑन ट्रेड एण्ड टैरिफ

(ख) जनरल एरेंजमेंट ऑन ट्रेड एण्ड टैरिफ

(ग) विश्व स्वास्थ्य संगठन

(घ) संयुक्त राष्ट्र संघ विकास कार्यक्रम

उत्तर- (क) जनरल एग्रीमेंट ऑन ट्रेड एण्ड टैरिफ

 

 प्रश्न 6. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-

(क) संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य उद्देश्य——— है।

(ख) संयुक्त राष्ट्र संघ का सबसे जाना-पहचाना पद———– का है।

(ग) ———संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद् में ———स्थायी और———अस्थायी सदस्य हैं।

(घ)————-संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव हैं।

(ङ) मानवाधिकारों की रक्षा में सक्रिय दो स्वयंसेवी संगठन————-और—————-है।

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उत्तर- (क) विश्व में शान्ति एवं सुरक्षा बनाए रखना, (ख) महासचिव, (ग) पाँच, दस, (घ) एंटोनियो गुटेरेस, (ङ) एमनेस्टी इण्टरनेशनल, ह्यूमन राइट्स वॉच ।

 

प्रश्न 7. संयुक्त राष्ट्र संघ की मुख्य शाखाओं और एजेंसियों का सुमेल उनके काम न कीजिए-

  1. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद्                                                 (क) वैश्विक वित्त व्यवस्था की देखरेख
  2. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय                                                               (ख) अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति और सुरक्षा का संरक्षण
  3. अन्तर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेन्सी                                            (ग) सदस्य देशों के आर्थिक और सामाजिक
  4. सुरक्षा परिषद्                                                                          (घ) परमाणु प्रौद्योगिकी का शान्तिपूर्ण उपयोग और सुरक्षा निपटारा
  5. संयुक्त राष्ट्र संघ शरणार्थी उच्चायोग कल्याण की चिन्ता             (ङ) सदस्य देशों के बीच मौजूद विवादों के
  6. विश्व व्यापार संगठन                                                                 (च) आपातकाल में आश्रय तथा चिकित्सीय सहायता मुहैया करना
  7. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष                                                               (छ) वैश्विक मामलों पर बहस-मुबाहिसा
  8. आम सभा                                                                                (ज) संयुक्त राष्ट्र संघ के मामलों का समायोजन और प्रशासन
  9. स्वास्थ्य संगठन                                                                        (झ) सबके लिए स्वास्थ्य
  10. सचिवालय                                                                               (ञ) सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार की

 

प्रश्न 8. सुरक्षा परिषद् के कार्य क्या हैं?

     उत्तर-           सुरक्षा परिषद के कार्य

संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद् के कार्यों को संक्षेप में अग्र प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति का प्रयास– संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के अनुच्छेद 24 के अनुसार सुरक्षा परिषद् का प्रमुख कार्य अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति को बनाए रखना है। इसी अनुच्छेद में यह भी उल्लेख किया गया है कि सदस्य देश सुरक्षा परिषद के फैसलों को मानने हेतु वचनबद्ध हैं। चार्टर की अवहेलना अथवा शान्ति भंग करने पर सुरक्षा परिषद् सदस्य देश के प्रति उचित कदम उठा सकते हैं। सर्वप्रथम वह समझौते का प्रयास करती है, इसमें असफल होने पर वह सशस्त्र सेनाओं का प्रयोग कर सकती है।

(2) शान्ति भंग की परिस्थिति को टालना- सुरक्षा परिषद् का एक कार्य शान्ति भंग होने के खतरे को टालना भी है। शान्ति भंग होने पर वह झगड़ों का निराकरण पंचायत न्यायालय, आपसी वार्ता, जाँच तथा मध्यस्थता इत्यादि द्वारा करती है। सुरक्षा परिषद् अनेक सुझाव देकर मतभेदों को दूर कराने का प्रयास करती है।

(3) स्व-निर्णयों का क्रियान्वयन अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा के सम्बन्ध में सुरक्षा परिषद् जो भी फैसला करती है, उसको क्रियान्वित करना उसी का उत्तरदायित्व है। विभिन्न राष्ट्रों को इस सन्दर्भ में कोई फैसला करने की जरूरत नहीं होती है।

(4) झगड़ों की छानबीन एवं जाँच-पड़ताल करना सुरक्षा परिषद् शान्ति एवं सुरक्षा के भंग होने की सम्भावना पर झगड़ों की छानबीन तथा जाँच पड़ताल करती है। इस सम्बन्ध में वह महासचिव की मदद भी ले सकती है। इसकी रिपोर्ट वह महासभा को भेज सकती है।

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(5) कार्य योजना बनाना- सुरक्षा परिषद् जो भी काम करती है, उसकी योजना बनाना उसी का काम है। इसके साथ ही वह उन योजनाओं को क्रियान्वित भी करती है।

(6) अन्य कार्य -नवीन सदस्यों को संघ में प्रवेश देने का काम भी सुरक्षा परिषद् ही करती है। इसी वह अपनी वार्षिक रिपोर्ट महासभा को भेजने का कार्य भी क्रियान्वित करती है।

प्रश्न 9. भारत के नागरिक के रूप में सुरक्षा परिषद् में भारत की स्थायी सदस्यता के पक्ष का समर्थन आप कैसे करेंगे? अपने प्रस्ताव का औचित्य सिद्ध कीजिए।

 उत्तर– मेरी स्पष्ट सान्यता है कि वर्तमान परिस्थितियों में भारत विश्व का एक शक्तिशाली देश है। अतः हमारे देश को सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता मिलनी ही चाहिए। मैं अपने इस तर्क को निम्न बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट कर सकता हूँ-

(1) विश्व पटल पर हमारा भारत सर्वाधिक जनसंख्या वाला दूसरे देश है।

(2) भारत विश्व में सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश भी है।

(3) संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा विश्व में शान्ति स्थापित करने के सद्प्रयासों में हमने समय-समय पर अपनी ठोस भूमिका का निवर्हन किया है।

(4) अन्तर्राष्ट्रीय परिदृश्य पर भारत एक बड़ी आर्थिक शक्ति बनकर उभर रहा है।

(5) भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ के बजट में नियमित रूप से अपना योगदान दिया है और हमारा देश कमी भी अपना अंशदान अथवा भुगतान देने से चूका नहीं है।

(6) भारत ने सदैव शीत युद्ध तथा सैन्य गुटबन्दी इत्यादि का विरोध किया है।

(7) चूँकि भारतीय संस्कृति हमेशा से ही अहिंसा, शान्ति तथा सहयोग की समर्थक रही है, अत: भारत को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाना ही चाहिए।

 

 प्रश्न 10. संयुक्त राष्ट्र संघ के ढाँचे को बदलने के लिए सुझाए गए उपायों के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाइयों का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।

उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ ढाँचे को बदलने हेतु सुझाव-संयुक्त राष्ट्र संघ के ढाँचे को बदलने के लिए निम्न उपाय सुझाए जा सकते हैं-

(1) संयुक्त राष्ट्र संघ शान्ति एवं सुरक्षा से जुड़े मिशनों (अभियानों) में अधिक प्रभावशाली

भूमिका का निवर्हन करें जिसमें सभी देशों का इसके प्रति विश्वास बढ़े।

(2) संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद् के स्थायी तथा अस्थायी सदस्यों में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए।

(3) सुरक्षा परिषद् में केवल पाँच स्थायी सदस्य देशों को विशेषाधिकार दिया गया है। यह अपनी वीटो शक्ति से किसी भी प्रस्ताव को निरस्त कर सकते हैं, इस अधिकार को समाप्त कर दिया जाना चाहिए।

(4) आम सभा में कोई भी फैसला बहुमत के आधार पर लिया जाना चाहिए। सभी देशों को एक मत देने का अधिकार होना चाहिए तथा व्यक्तिगत रूप से गुप्त मतदान के रूप में इसका प्रयोग होना चाहिए। सदस्य

(5) भारत, जापान, जर्मन, कनाड़ा, ब्राजील तथा दक्षिण अफ्रीका को सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्यता प्रदान की जानी चाहिए।

सुझावों को लागू करने में कठिनाइयाँ-   संयुक्त राष्ट्र संघ के ढाँचे को बदलने के अन्य उपायों को लागू किए जाने में विभिन्न कठिनाइयाँ हैं, जिन्हें संक्षेप में निम्न बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों की संख्या केवल पाँच है जबकि आम सभा के सदस्यों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हो चुकी है। अतः इस आधार पर सुरक्षा परिषद् की सदस्य संख्या में भी बढ़ोत्तरी होनी चाहिए। लेकिन इनमें किन सदस्यों को सम्मिलित किया जाए यह समस्या काफी विकराल है।

(2) जनसंख्या, आर्थिक स्थिति तथा अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र में प्रभाव इत्यादि में से किस आधार पर देशों को सम्मिलित किया जाए।

(3) स्थायी सदस्यों के निषेधाधिकार अर्थात् वीटो पावर को यदि समाप्त कर दिया जाएगा तो वे देश इस अन्तर्राष्ट्रीय संगठन में उतनी रुचि नहीं लेंगे। यह अन्तर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण से उचित नहीं रहेगा।

 

प्रश्न 11. हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध और इससे उत्पन्न विपदा को रोकने में नाकामयाब रहा है लेकिन विभिन्न देश अभी भी इसे बनाए रखना चाहते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ को एक अपरिहार्य संगठन मानने के क्या कारण हैं?

 उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ को बनाए रखना परमावश्यक है जिसके प्रमुख कारण निम्नांकित हैं-

(1) संयुक्त राष्ट्र संघ अमेरिका तथा विश्व के अनके अन्य देशों के बीच विभिन्न मु पर वार्ता करा सकता है। इसके द्वारा छोटे एवं कमजोर देश अमेरिका से किसी भी मुद्दे पर वार्ता कर सकते हैं।

(2) अभी तक 193 देश संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं। यह अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर सर्वाधिक प्रभावशाली मंच है। यहाँ पर अन्तर्राष्ट्रीय शक्ति, सुरक्षा तथा सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं पर खुले रूप से वाद-विवाद तथा विचार-विमर्श किया जाता है।

(3) हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ के पास ऐसी कोई शक्ति तो नहीं है कि वह किसी देश को मजबूर करे लेकिन वह ऐसे देशों की शक्तियों पर प्रभावी अंकुश जरूर लगा सकती है। फिर चाहे अमेरिका जैसा शक्तिशाली देश ही क्यों न हो। संयुक्त राष्ट्र संघ अपने सदस्य देशों के माध्यम से अमेरिकी नीतियों तक पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने में पूर्णरूपेण सक्षम है।

(4) वर्तमान में कुछ देशों के पास परमाणु बम हैं लेकिन बड़ी शक्तियों के प्रभाव की वजह से काफी कुछ सीमा तक भयंकर हथियारों के निर्माण तथा रसायन एवं जैविक हथियारों का प्रयोग और निर्माण पर अंकुश लगाने में संयुक्त राष्ट्र संघ को काफी सफलता मिली है।

(5) संयुक्त राष्ट्र संघ अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा विश्व बैंक से पिछड़े एवं निर्धन देशों को ऋण, भुगतान और आपात परिस्थितियों में विभिन्न प्रकार से मदद दिलाने में सक्षम रहा है। अतः इसका अस्तित्व बना ही रहना चाहिए।

(6) वर्तमान परिस्थितियों में प्रत्येक देश पारस्परिक निर्भरता तो समझने लगा है जिससे आपसी निर्भरता लगातार बढ़ती ही चली जा रही है। इसके पीछे भी किसी न किसी रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ का ही हाथ है। कभी भी कोई भी देश पूर्ण नहीं होता है उसे हमेशा समय-समय पर दूसरे देश के सहयोग की जरूरत पड़ती ही है फिर वह चाहे संयुक्त राज्य अमेरिका हो या फिर इंग्लैण्ड हो।

 

प्रश्न 12. संयुक्त राष्ट्र संघ के अंगों में सुधार का अर्थ है सुरक्षा परिषद् के ढाँचे में बदलाव। इस कथन का सत्यापन कीजिए।

उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ के अंगों में ‘सुरक्षा परिषद्’ महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करती है। संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार का अभिप्राय सुरक्षा परिषद् के ढाँचे में निश्चित रूप से बदलाव है। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में कुल पन्द्रह सदस्य हैं जिनमें दस अस्थायी तथा पाँच स्थायी हैं। इन पाँच स्थायी सदस्यों में संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन तथा चीन हैं। इन पाँचों स्थायी को किसी भी प्रस्ताव पर वीटो शक्ति प्रयुक्त करने का अधिकार है जिसके कारण इनका सुरक्षा परिषद् में आधिपत्य है। इस प्रकार से संयुक्त राष्ट्र संघ में सभी फैसले इन्हीं पाँच स्थायी सदस्यों द्वारा ही किए जाते हैं जिससे अन्य देशों में असन्तोष के भाव जाग्रत होते हैं।

 

12th Political Science

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

    वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1  संयुक्त राष्ट्र संघ का उद्देश्य है-

(क) विश्व में शान्ति बनाए रखना

(ख) राष्ट्रों के बीच मित्रतापूर्ण सम्बन्ध विकसित करना

(ग) अन्तर्राष्ट्रीय विवादों का शान्तिपूर्ण समाधान करना

(घ) ये सभी।

2.संयुक्त राष्ट्र घोषणा-पत्र (चार्टर) में अनुच्छेदों की संख्या है-

(क) 101

(ख) 110

(ग) 111

(घ) 116.

  1. 1 नवम्बर, 1994 से संयुक्त राष्ट्र संघ का कौन-सा अंग स्थगित है?

(क) सुरक्षा परिषद्

(ख) न्यासिता परिषद्

(ग) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद्

(घ) आम सभा

  1. संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रथम महासचिव थे-

(क) ट्राइग्व ली

(ख) यू थांट

(घ) कोफी ए. अन्नान ।

(ग) बुतरस-बुतरस घाली

  1. किस वर्ष सुरक्षा परिषद् के अस्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाकर 6 से 10 की गई ?

(क) 1950

(ख) 1965

(ग) 1995

(घ) 2001.

  1. आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् की सदस्य संख्या है-

(क) 9

(ख) 18

(ग) 27

(घ) 54.

  1. संयुक्त राष्ट्र संघ का बजट पारित किया जाता है-

(क) सुरक्षा परिषद् द्वारा

(ख) न्यास परिषद् द्वारा

(ग) महासभा द्वारा

(घ) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् द्वारा।

  1. यूनेस्को की स्थापना की गई-

(क) 1 नवम्बर, 1946 को

(ख) 14 नवम्बर, 1946 को

(ग) 4 नवम्बर, 1946 को

(घ) 10 नवम्बर, 1946 को ।

  1. मानवाधिकार परिषद् की स्थापना हुई थी-

(क) 2005 में

(ख) 2006 में

(ग) 2008 में

(घ) 2009 में

  1. एमनेस्टी इण्टरनेशनल’ निम्नांकित में किससे सम्बन्धित है?

(क) आर्थिक विकास

(ग) आतंकवाद

(ख) मानवाधिकार

(घ) लोगों का स्वास्थ्य |

  1. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष’ में कितने कार्यपालक निदेशक होते हैं?

(क) 20

(ख) 22

(ग) 24

(घ) 26.

  1. विश्व बैंक का प्रधान अंग है-

अन्तर्राष्ट्रीय संगठन

(क) प्रबन्ध निदेशक

(ख) वैकल्पिक गवर्नर

(ग) गवर्नरों का बोर्ड

(घ) चेयरमेन ।

उत्तर- 1. (घ) ये सभी, 2. (ग) 111, 3. (ख) न्यासिता परिषद्, 4. (क) ट्राइग्व ली, 5. (ख) 1965, 6. (घ) 54, 7. (ग) महासभा द्वारा, 8. (ग) 4 नवम्बर, 1946 को, 9. (ख) 2006 में, 10. (ख) मानवाधिकार, 11. (ग) 12. (ग) गवर्नरों का बोर्ड।

 

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. संयुक्त राष्ट्र के ध्वज की पृष्ठभूमि ———-रंग की है।
  2. संयुक्त राष्ट्र की कुंजी————- को कहा गया है।
  3. संयुक्त राष्ट्र दिवस—————को मनाया जाता है।
  4. सम्पूर्ण विश्व में 7 अप्रैल————दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  5. विश्व व्यापार संगठन की स्थापना————–में हुई
  6. अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी की स्थापना——- में हुई थी।
  7. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना—— में हुई थी।
  8. विश्व बैंक का मुख्यालय——– स्थान पर स्थित है।
  9. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का मुख्यालय——— में है।
  10. मानव अधिकार दिवस प्रतिवर्ष———- स्थान पर स्थित है।

उत्तर- 1. नीले, 2. सुरक्षा परिषद्, 3. 24 अक्टूबर, 4. स्वास्थ्य, 5. 1995, 6. 1957, 7, 1945, 8. वाशिंगटन (अमेरिका), 9. हेग, 10. 10 दिसम्बर।

 

                                        सत्य / असत्य

 

  1. संयुक्त राष्ट्र संघ के छ: प्रमुख अंग हैं।
  2. संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को हुई। 3. संयुक्त राष्ट्र संघ का सचिवालय न्यूयार्क में स्थित है।
  3. भारत 30 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बना।
  4. विश्व स्वास्थ्य संगठन के तीन प्रधान अंग हैं।
  5. शान्ति के लिए एकता प्रस्ताव 1951 में संयुक्त राष्ट्र में पारित किया गया। 7. 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ के मूल चार्टर पर 51 देशों द्वारा हस्ताक्षर किए गए।
  6. संयुक्त राष्ट्र संघ अमेरिका से वित्तीय सहायता प्राप्त है।
  7. 9. रूजवेल्ट के परामर्श पर अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना की गई।
  8. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा सांस्कृतिक सहयोग भी बढ़ाती है। उत्तर- 1. सत्य, 2. सत्य, 3. सत्य, 4. सत्य, 5. सत्य, 6. असत्य, 7. सत्य, 8. असत्य, 9. सत्य, 10. सत्य । 

                           जोड़ी मिलाइए

  ‘क’                                                                                 ‘ख’

  1. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीश                         (i) 1974 (पोखरन)
  2. यूनेस्को मुख्यालय                                                 (ii) 1952
  3. भारत का प्रथम परमाणु विस्फोट                          (iii) 15
  4. निःशस्त्रीकरण आयोग की स्थापना                      (iv) 1945
  5. विश्व बैंक की स्थापना                                         (v) पेरिस

उत्तर- 1. (iii) 2. (v), 3.  (0.4. (ii) 5. (iv).

 

   एक शब्द / वाक्य में उत्तर

  1. संयुक्त राष्ट्र संघ के संविधान को क्या कहते हैं?
  2. संयुक्त राष्ट्र संघ चार्टर में कितने अध्याय हैं ?
  3. संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यकारी भाषाएँ कौन-सी हैं?
  4. संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव का नाम लिखिए।
  5. विश्व स्वास्थ्य संगठन कब स्थापित हुआ ?
  6. `PWG’ का पूरा नाम क्या है?
  7. किसी देश के खिलाफ सैन्य कार्यवाही करने की शक्ति संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के किस भाग में दी गई है ?
  8. यूनीसेफ का मुख्यालय कहाँ है ?
  9. भारत विश्व बैंक में किस प्रकार का सदस्य है ?
  10. वर्तमान में कितने देश अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के सदस्य हैं ?

उत्तर- 1. चार्टर, 2. उन्नीस 3. अंग्रेजी तथा फ्रेंच 4. एंटोनियो गुटेरेस (पुर्तगाल), 5. 7 अप्रैल, 1948, 6. प्यूपल्स वार ग्रुए, 7. 7, 8. न्यूयार्क 9. मौलिक सदस्य, 10. 189 (नया सदस्य नौरू)।

 

12th Political Science questions and answers 

 

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों की संख्या कितनी है?

उत्तर- 1931

प्रश्न 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव का वार्षिक वेतन कितना है?

उत्तर- 2,93,480 डॉलर (कर मुक्त राशि) ।

प्रश्न 3. संयुक्त राष्ट्र संघ सचिवालय के समस्त कर्मचारी अपने कार्यकाल के दौरान कहाँ के नागरिक होते हैं?

उत्तर- विश्व नागरिक।

प्रश्न 4. संयुक्त राष्ट्र महासभा के वर्तमान अध्यक्ष का  नाम लिखिए।

उत्तर-मिरोसलाव लजकाक।

प्रश्न 5. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना कब हुई थी ?

उत्तर-3 अप्रैल, 1946 को।

प्रश्न 6. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीशों का चुनाव किसके द्वारा तथा कितनी समयावधि हेतु किया जाता है?

उत्तर- सुरक्षा परिषद् तथा महासभा द्वारा नौ वर्ष की समयावधि हेतु किया जाता है।

 

प्रश्न 7. वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का अध्यक्ष कौन है ?

उत्तर- अब्दुलक्वी अहमद यूसुफ ।

प्रश्न 8. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद् के वर्तमान अध्यक्ष का नाम लिखिए।

उत्तर- कोई क्योंगालिम (दक्षिण कोरिया)।

प्रश्न 9. वर्तमान में यूनेस्को की महानिदेशक कौन हैं?

उत्तर- ऑड्रे एजूले (फ्रांस) ।

प्रश्न 10. संयुक्त राष्ट्र को विश्वव्यापी बनाने में भारत का क्या योगदान रहा है?

उत्तर- भारत ने सदैव यह प्रयास किया है कि विश्व के सभी राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य बने। जिससे यह संगठन विश्वव्यापी बने।

प्रश्न 11. विश्व बैंक के कोई दो कार्य लिखिए।

उत्तर- (1) उत्पादकता के स्तर को बढ़ाना, (2) सदस्य देशों को ऋण देना।

प्रश्न 12. विश्व बैंक के वर्तमान अध्यक्ष का नाम लिखिए।

उत्तर- डॉ. जिम योंग किम (दक्षिण कोरिया) ।

प्रश्न 13. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के कोई दो उद्देश्य लिखिए।

उत्तर- (1) सदस्य देशों में मुद्रा नीति सम्बन्धी सहयोग स्थापित करना तथा (2) विनिमय दरों में स्थायित्व लाना।

प्रश्न 14. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के कोई दो कार्य लिखिए।

उत्तर- (1) आर्थिक एवं मौद्रिक विषयों पर सदस्य देशों को परामर्श देना तथा (2) सदस्य देशों की प्राविधिक सहायता करना।

प्रश्न 15, वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का प्रबन्ध निदेशक कौन है?

उत्तर- क्रिस्टील लैगार्ड (फ्रांस) ।

 

      लघु उत्तरीय प्रश्न

 

प्रश्न 1. संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख उद्देश्य लिखिए। उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख उद्देश्य निम्न प्रकार हैं-

(1) अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा की व्यवस्था करना।

(2) अन्तर्राष्ट्रीय विवादों को शान्तिपूर्ण तरीकों से परस्पर वार्ताओं द्वारा हल करना।

(3) सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक तथा मानवीय क्षेत्रों में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहन प्रदान करना।

(4) उपर्युक्त उद्देश्यों की सिद्धि के लिए विभिन्न देशों के लिए प्रयासों में सामंजस्य स्थापित करना।

प्रश्न 2. संयुक्त राष्ट्र के तीन आधारभूत सिद्धान्त लिखिए।

                      उत्तर- दीर्घ उत्तरीय प्रश्न संख्या 3 के उत्तर से कोई दो बिन्दु देखें।

प्रश्न 3. सुरक्षा परिषद के गठन को संक्षेप में लिखिए।

उत्तर- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् महासभा की कार्यकारिणी का रूप है। इसमें कुल पन्द्रह सदस्य होते हैं, जिनमें पाँच स्थायी तथा दस अस्थायी सदस्य हैं। वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, इंग्लैण्ड (ब्रिटेन), फ्रांस तथा जनवादी चीन सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं। शेष दस अस्थायी सदस्यों को महासभा द्वारा दो वर्ष की समयावधि हेतु चुना जाता है।

अस्थायी सदस्यों का चुनाव भौगोलिक क्षेत्रों के आधार पर किया जाता है। इसमें पूर्वी यूरोप से एक प्रतिनिधि, एफ्रो एशियन देशों से पाँच प्रतिनिधि, लैटिन अमेरिका से दो प्रतिनिधि तथा पश्चिमी यूरोप एवं अन्य देशों से दो प्रतिनिधि चुने जाते हैं।

प्रश्न 4. संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के कार्य बताइए।

उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद् का उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा की स्थापना करना है। इसके चार कार्य निम्नलिखित हैं-

(1) विश्व में किसी देश द्वारा शान्ति भंग करने पर उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही करना ।

(2) विश्व में शान्ति एवं सुरक्षा हेतु किसी खतरे की आशंका होने पर सदस्य राष्ट्रों को आर्थिक, सैनिक अथवा कूटनीतिक कार्यवाही करने का आदेश देना।

(3) अनुशासन भंग करने वाले किसी सदस्य देश को संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता से वंचित करने की सिफारिश करना।

 प्रश्न 5. न्यास परिषद् के प्रमुख कार्य बताइए।

उत्तर— न्यास परिषद् के प्रमुख कार्य निम्न प्रकार हैं-

(1) न्यास क्षेत्रों की प्रशासनिक इकाइयों द्वारा प्रेपित प्रतिवेदनों पर विचार-विमर्श करना।

(2) न्यास क्षेत्रवासियों द्वारा दिए गए आवेदन-पत्रों पर प्रशासनिक इकाइयों द्वारा व्यक प्रतिक्रिया के सन्दर्भ में विचार-विमर्श करना ।

(3) प्रशासकीय इकाई के परामर्श पर न्यास क्षेत्रों की यात्रा करना, तथा (4) न्यासधारिता समझौते में उल्लेख की गई शर्तों के अनुपालन में अन्य कार्य क्रियान्वित करना।

प्रश्न 6. संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर को संक्षेप में समझाइए ।

उत्तर- 26 जून, 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणा-पत्र को 50 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा हस्ताक्षरित किया गया था। संयुक्त राष्ट्र संघ आधिकारिक रूप से 24 अक्टूबर, 1945 को अस्तित्व में आया। संयुक्त राष्ट्र घोषणा-पत्र अथवा चार्टर एक संविधान है, जिसमें उन उद्देश्यों एवं सिद्धान्तों का उल्लेख किया गया है जिन पर कि संयुक्त राष्ट्र संघ का सम्पूर्ण संगठन आधारित है।  इस घोषणा पत्र में 19 अध्याय तथा 111 अनुच्छेद हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के इस घोषणा पत्र की मूल प्रति अमेरिका के राष्ट्रीय पुरालेखागार में सुरक्षित रखी हुई है।

प्रश्न 7. संयुक्त राष्ट्र संघ की वीटो (निषेधाधिकार) शक्ति क्या है ?

उत्तर- वीटो का आशय निषेधात्मक वोट है। सुरक्षा परिषद् के प्रत्येक स्थायी सदस्य को निषेधात्मक मत हासिल है। किसी भी स्थायी सदस्य के द्वारा इसका प्रयोग करने पर कोई भी प्रस्ताव स्वीकृत नहीं हो सकता है। अन्य शब्दों में कहा सकता है कि सुरक्षा परिषद् के प्रत्येक सदस्य देश का एक वोट होता है। प्रक्रिया सम्बन्धी मामलों में फैसले हेतु 15 में से 9 सदस्यों द्वारा सकारात्मक मतदान करना जरूरी होता है।

प्रश्न 8. संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के चार योगदानों को लिखिए।

उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के चार प्रमुख योगदान निम्नवत् हैं-

(1) संयुक्त राष्ट्र संघ को व्यापक संगठन बनाने में भारत का उल्लेखनीय योगदान रहा है।

(2) सुरक्षा परिषद् के लोकतन्त्रीकरण में भारत ने उल्लेखनीय भूमिका का निर्वहन किया है।

(3) संयुक्त राष्ट्र संघ के कोष में अंशदान का भुगतान किया गया है।

 

प्रश्न 9. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के गठन को समझाइए ।

उत्तर- अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना 3 अप्रैल, 1946 को हेग नगर में हुई थी। अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के संविधान में 75 अनुच्छेद हैं। इसके न्यायाधीशों की संख्या 15 है। सुरक्षा परिषद् तथा महासभा द्वारा न्यायाधीशों को 9 वर्ष हेतु चुना जाता है। ये व्यक्ति अन्तर्राष्ट्रीय कानून के विशेषज्ञ होते हैं। न्यायालय में सभी निर्णय बहुमत से लिए जाते हैं। न्यायालय का कार्य अंग्रेजी एवं फ्रेंच भाषा में किया जाता है। वर्तमान में अब्दुलाबी मुफ अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष पद पर कार्यरत् हैं। अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय में व्यक्ति नहीं सिर्फ देश के वादी तथा प्रतिवादी हो सकते हैं।

प्रश्न 10. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के किन्हीं तीन कार्यों का उल्लेख कीजिए ।

उत्तर- अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के प्रमुख तीन कार्य निम्न प्रकार हैं-

(1) परामर्श सम्बन्धी क्षेत्राधिकार – अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय महासभा, सुरक्षा परिषद् तथा अन्य मान्यता प्राप्त संस्थाओं द्वारा सौंपे गए प्रश्नों पर अपना परामर्श देने का कार्य करता है।

(2) विभिन्न विवादों की सुनवाई करना-   अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय प्रस्तुत विवादों की सुनवाई करता है। इस न्यायालय के सम्मुख सिर्फ देश ही प्रतिवादी तथा वादी बनकर आ सकते हैं। चार्टर में दिए गए विषय, समझौतों एवं संधियों को भी इस न्यायालय के सुपुर्द किया जा सकता है।

(3) ऐच्छिक क्षेत्राधिकार–       अधिकांशतया अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का क्षेत्राधिकार — ऐच्छिक होता है। संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के अनुच्छेद 36 में यह प्रावधान है कि न्यायालय के समक्ष तभी कोई विवाद आता है जबकि विवाद से सम्बन्धित दोनों पक्ष अपनी सहमति दे चुके हों। एक पक्ष की इच्छा पर अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय कोई विवाद नहीं सुनता है। वहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले बहुमत से होते हैं

।प्रश्न 11. विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख अंगों को संक्षेप में समझाइए।

उत्तर- विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख अंग निम्न प्रकार हैं-

(1) सभा- इसमें समस्त सदस्य देशों के प्रतिनिधि होते हैं। इनकी प्रतिवर्ष एक का आवश्यक रूप से बैठक होती है। सभा का प्रमुख कार्य नीति निर्धारण करना है।

(2) कार्यकारी मण्डल- विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी मण्डल में कुल 24 सदस्य होते हैं। इनका निर्वाचन सभा द्वारा चिकित्सा इत्यादि कार्यों के विशेषज्ञ लोगों द्वारा किया जा है। इसकी बैठक प्रतिवर्ष दो बार जरूर होती है।

 

प्रश्न 12. विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोई तीन कार्य लिखिए।

उत्तर- विश्व स्वास्थ्य संगठन के तीन प्रमुख कार्य निम्न प्रकार हैं-

(1) विश्व के समस्त देशों को महामारियों एवं बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूक करना।

(2) विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्य कार्य विभिन्न प्रकार के टीकों तथा दवाइयों के लिए मापदण्ड निर्धारित करना भी है।

(3) यह संगठन रोगों का निदान ही नहीं करता अपितु इसका प्रमुख ध्येय व्यक्ति के सम्पूर्ण शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक कल्याण को प्रोत्साहन देना भी है।

प्रश्न 13. संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के संगठन को संक्षेप में लिखिए।

उत्तर- यूनेस्को का संगठन निम्नलिखित तीन अंगों से मिलकर हुआ है-

(1) सामान्य सम्मेलन- इसमें प्रत्येक देश का एक-एक प्रतिनिधि होता है। इसका अधिवेशन दो वर्ष की समयावधि में एक बार होता है। इसमें यूनेस्को की नीतियों एवं कार्यक्रमों का निर्धारण किया जाता है। 4 नवम्बर, 1946 को स्थापित यूनेस्को की वर्तमान सदस्य संख्या 195 है।

(2) कार्यवाहक बोर्ड इसके सदस्य सम्मेलन द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं। वर्तमान में इसके सदस्यों की संख्या 30 है। इसका कार्य दो बार बैठकें करके संस्था कार्यक्रम को कार्यान्वित करना है।

(3) सचिवालय इसका अध्यक्ष महानिदेशक होता है सचिवालय छ भागों-शिक्षा, सामाजिक विज्ञान, प्राकृतिक विज्ञान, सांस्कृतिक कार्य, प्रचार साधन तथा प्राविधिक सहायता में विभक्त है। इसे विशेषज्ञों का आधार भी कहा जाता है। इसमें लगभग एक हजार कर्मचारी है।

प्रश्न 14. यूनेस्को के प्रमुख कार्यक्रमों को लिखिए।

उत्तर- यूनेस्को के प्रमुख कार्यक्रम निम्नवत् है-

(1) साक्षरता आन्दोलन,

(2) संयुक्त राष्ट्र संघ तथा मानवीय अधिकारों के सम्बन्ध में शिक्षण,

(3) अनिवार्य शिक्षा तथा शिक्षा मानदण्डों को ऊपर उठाना,

(4) वैज्ञानिक तथा शिक्षा सम्बन्धी विशेषज्ञों को एकत्रित करना,

 

प्रश्न 15. यूनेस्को की प्रमुख कमजोरियाँ बताइए।

                    अथवा

यूनेस्को की कमियों को संक्षेप में लिखिए। कमियाँ अथवा कमजोरियाँ हैं-

उत्तर-                     यूनेस्को में मुख्यतया निम्नलिखित

(1) अत्यधिक उच्च आदर्श- यूनेस्को की प्रस्तावना में मानव मस्तिष्क में शक्ति के सुरक्षा गढ़ बनाने का उच्च आदर्श व्यक्त किया गया है, जो कि पूर्णरूपेण अव्यावहारिक कल्पना है।

(2) अस्पष्ट संविधान– यूनेस्को के संविधान में इसका उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति तथा मानव जाति का सामान्य कल्याण बताया गया है। इस प्रकार के सामान्य उद्देश्यों के बदले इन्हें विशिष्ट उद्देश्यों की उपमा दी जानी चाहिए थी।

(3) आर्थिक स्रोतों की कमी– यूनेस्को के पास आय के साधनों का अभाव है।

(4) अनुशंसात्मक संस्था यूनेस्को एक अनुशंसात्मक संस्था है। इसके कार्यक्रम सदस्य देशों के अनुरोध तथा उनके सहयोग से चलाए जाते हैं।

 

प्रश्न 16. विश्व में शान्ति की स्थापना में संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रयासों में भारत के  योगदान पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।

                 अथवा

अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति प्रयासों में भारतीय योगदान को लिखिए।

उत्तर- विश्व में शान्ति स्थापना हेतु संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों में भारत का निम्नलिखित योगदान रहा है-

(1) कोरिया में शान्ति स्थापना में सहयोग,

(2) इण्डो-चीन की समस्या का समाधान,

(3) कांगो में शान्ति स्थापना का प्रयास,

(4) मिस्र की समस्या का समाधान, तथा

 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

 

प्रश्न 1. संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंगों का वर्णन कीजिए।

उत्तर       संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग

(1) महासभा      यह संयुक्त राष्ट्र संघ की सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था है। संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रत्येक सदस्य इसका सदस्य होता है। प्रतिवर्ष इसका एक अधिवेशन अवश्य होता है। आवश्यक होने पर विशेष अधिवेशन भी हो सकते हैं। नए सदस्यों को सदस्यता देना, सुरक्षा परिषद् के अस्थायी सदस्यों का चयन, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की नियुक्ति तथा बजट पारित करना इत्यादि इसके प्रमुख कार्य है।

(2) सुरक्षा परिषद्-    इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यकारिणी कहा जा सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैण्ड), फ्रांस, रूस तथा चीन इसके स्थायी सदस्य हैं। इसक अलावा इसमें 10 अस्थायी सदस्य होते हैं, जिनका निर्वाचन महासभा प्रति दो वर्ष बाद करती है। इसका प्रमुख कार्य विश्व में शान्ति की स्थापना करके उसे बनाए रखना है।

 (3) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद्-     इसका गठन महासभा द्वारा निर्वाचित सदस्यों से होता है। यह विश्व में सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण के कार्य करती है।

(4) न्यास परिषद्-    यह परिषद् उन देशों के प्रबन्धन की देखभाल के लिए गठित की गई है, जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् औपनिवेशिक देशों से मुक्ति मिली थी, लेकिन ज स्वयं अपना शासन चलाने में सक्षम नहीं थे।

(5) अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय–  यह विश्व के देशों के बीच के विवादों का निर्णय अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों के अनुसार करता है। इसके न्यायाधीशों की नियुक्ति महासभा द्वारा को जाती है। इसका मुख्यालय हेग में है।

प्रश्न 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य समझाइए ।

                                       अथवा

संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंगों के नाम लिखिए व उसके उद्देश्य समझाइए।

 उत्तर–   संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग-महासभा, सुरक्षा परिषद्, आर्थिक एवं सामाजिक परिषद्, न्यास परिषद्, अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय तथा सचिवालय हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणा-पत्र के अनुसार इसके प्रमुख उद्देश्य निम्न प्रकार हैं-

(1) युद्ध एवं विवादों का शान्तिपूर्ण समाधान-   अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा का अनुकरण करना तथा इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु शान्ति विरोधी तत्त्वों के निराकरण एवं आक्रामक कृत्यों व शान्ति के अन्य अतिक्रमणों के दमन के लिए प्रभावकारी सामूहिक उपाय करना संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य उद्देश्य है। यह ऐसे अन्तर्राष्ट्रीय झगड़ों का समाधान अथवा समझौता करता है जिनमें विश्व शान्ति भंग होने का भय है।

(2) समानाधिकार एवं आत्म निर्णय–     राष्ट्रों के समान अधिकारों एवं आत्मनिर्णय के आधार पर विश्व के देशों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों का विकास तथा विश्व शान्ति को मुद बनाने हेतु अन्य उपाय करना भी संयुक्त राष्ट्र संघ का ही उद्देश्य है।

(3) विभिन्न समस्याओं का समाधान-संयुक्त राष्ट्र संघ का एक अन्य उद्देश्य आर्थिक, सामाजिक तथा अन्य अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान हेतु अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना एवं मानवाधिकारों तथा मूलभूत स्वतन्त्रताओं के प्रति सम्मान की भावना का परिवर्द्धन करना है।

(4) समन्वय की स्थापना – इन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु प्रस्तुत विविध राष्ट्रों के क्रिया-कलापों में उचित तालमेल बनाए रखने के लिए एक केन्द्र की स्थापना करना भी संयुक्त राष्ट्र संघ का ही उद्देश्य है।

प्रश्न 3. संयुक्त राष्ट्र संघ के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।

उत्तर-                 संयुक्त राष्ट्र संघ के सिद्धान्त

संयुक्त राष्ट्र संघ के सिद्धान्तों का उल्लेख चार्टर के अनुच्छेद 2 में स्पष्ट रूप से किया गया है। इन्हें संक्षेप में निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) उत्तरदायित्वों का निर्वाह- सदस्य देश संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता ग्रहण करके इसके लाभों एवं अधिकारों की गारण्टी के साथ प्राप्त करने हेतु अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाह करेंगे।

(2) समानता का अधिकार – इसके समस्त सदस्य देशों को समानता का अधिकार दिया जाएगा, लेकिन सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों को इस संस्था के अन्य सदस्यों की अपेक्षाकृत अधिक विशेषाधिकार हासिल होंगे।

(3) विवादों का शान्तिपूर्ण समाधान अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा बनाए रखने हेतु भी देश अपने बीच में होने वाले विवादों का समाधान शान्तिपूर्ण तरीकों से करेंगे।

(4) आन्तरिक मामले में हस्तक्षेप- संयुक्त राष्ट्र संघ किसी देश के आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन चार्टर के सातवें अध्याय में उल्लिखित कार्यवाहियों; जैसे- शान्ति को खतरे में डालने वाली अथवा शान्ति भंग करने के प्रयासों के सन्दर्भ में कार्यवाही के लागू किए जाने पर इस सिद्धान्त का कोई प्रभाव न पड़ेगा।

(5) शान्ति एवं सुरक्षा- संयुक्त राष्ट्र संघ शान्ति एवं सुरक्षा को बनाए रखने की व्यवस्था करेगा। वह गैर-सदस्यीय देशों से भी शान्ति एवं सुरक्षा को बनाए रखने हेतु चार्टर के सिद्धान्तों को मनवाने का प्रयास करेगा।

(6) संयुक्त राष्ट्र संघ की सहायता- जब संयुक्त राष्ट्र संघ चार्टर के अनुरूप कोई कार्यवाही करेगा तो सभी सदस्य देश उसे सभी प्रकार की सहायता देने हेतु प्रतिज्ञाबद्ध हैं। वे उस देश की किसी भी प्रकार की मदद नहीं करेंगे, जिसके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ शान्ति एवं सुरक्षा के लिए कोई कार्यवाही कर रहा है।

(7) बल का प्रयोग नहीं संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य देश अपने अन्तर्राष्ट्रीय विवादों में किसी राज्य की अखण्डता एवं राजनीतिक स्वाधीनता के खिलाफ न तो धमकी देंगे तथा न ही किसी तरह का बल प्रयोग करेंगे। इसी तरह वे संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्यों के प्रतिकूल कोई आचरण भी नहीं करेंगे।

 

प्रश्न 4. विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यों को समझाकर लिखिए।

उत्तर                       विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्य

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख कार्यों को संक्षेप में निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) बीमारी की रोकथाम-संगठन का कार्य विश्व के देशों को बीमारियों की रोकथाम हेतु जागरूक करना है। संगठन के प्रयासों के फलस्वरूप विश्व के देशों में मलेरिया का प्रकोप नगण्य हो गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के परामर्शदाता क्षय, रोग, मातृ एवं बाल सुरक्षा, पोषण तथा स्वच्छता इत्यादि के क्षेत्रों में कार्य करते हैं। संगठन प्रतिवर्ष सैकड़ों डाक्टरों एवं नर्सों को अन्य देशों में जाकर अध्ययन एवं अनुसंधान करने हेतु छात्रवृत्तियाँ देता है।

(2) बीमारी का उपचार- विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा टीकों एवं औषधियों हेतु अन्तर्राष्ट्रीय मापदण्ड निर्धारित किए जाते हैं। यह संगठन हैजा तथा चेचक इत्यादि संक्रामक रोगों की सूचना मीडिया द्वारा दुनिया के देशों को देता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विगत कुछ वर्ष से इन्फ्यूएंजा पोलियो रोग पर विशेष शोध कार्य कराया जा रहा है।

(3) सार्वजनिक सेवा में सक्रिय लोगों को प्रशिक्षण- विश्व स्वास्थ्य संगठन के महत्वपूर्ण कार्यों के सम्बन्ध में निकटतम प्राविधिक बारीकियों से विश्व स्वास्थ्य संगठन को अवगत रखने हेतु विश्व भर के विशेषज्ञों के दल स्वास्थ्य कार्य के समस्त पहलुओं पर विचार-विमर्श करते हैं। दुनिया से अनेक महामारियों का नामोनिशान मिटाने में संगठन ने बहुमूल्य मदद दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जहाँ अल्पविकसित एवं पिछड़े हुए देशों को जरूरी दवाइयाँ तथा चिकित्सा सम्बन् बहुमूल्य उपकरण उपलब्ध कराए हैं। वहीं इसने ऐसे देशों के शासकीय अधिकारियों तथा डॉक्ट को सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सम्बन्धी उच्च अध्ययन हेतु छात्रवृत्तियाँ भी दी है।

(4) स्वास्थ्य प्रशासन को सुधारने में मदद-इस संगठन ने विश्व स्वास्थ्य सम्बन्धी विविध क्षेत्रों में उपयोगी भूमिका का निर्वहन किया है। यह विश्व बीमारी संगठन नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन सभी देशों को उस समय मदद देता है जब वे स्वयं भी परस्पर एक-दूसरे को सहायता करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन सिर्फ रोगों का उन्मूलन ही नहीं करता बल्कि उसका ध्येय सम्पूर्ण शारीरिक, मानसिक तथा सामाजिक कल्याण को प्रोत्साहन देना है। इसके बिन अन्तर्राष्ट्रीय कल्याण असम्भव है।

 

प्रश्न 5. यूनेस्को के प्रमुख कार्यों की विवेचना कीजिए।

उत्तर        यूनेस्को के कार्य,   

(1) शैक्षिक विकास- यूनेस्को शैक्षिक विकास के अन्तर्गत सामूहिक शिक्षा तथा विश्व नागरिकता का प्रचार करके देशों के बीच कटुता को समाप्त करके उनके मध्य आपसी सद्भाव का प्रसार कराता है। इसने जहाँ नेत्रहीन लोगों हेतु ब्रेल प्रणाली में शिक्षा का प्रचार किया वहीं सामूहिक शिक्षा के प्रचार हेतु मीडिया का उपयोग किया। यूनेस्को ने विभिन्न देशों के निवेदन पर वहाँ अपना मिशन भेजकर उन देशों में शिक्षा पद्धति के आधुनिकीकरण में मदद दी है।

(2) प्राकृतिक विज्ञान के क्षेत्र में योगदान- यूनेस्को द्वारा प्राकृतिक विज्ञान के क्षेत्र में सम्मेलनों का आयोजन वैज्ञानिक अनुसंधानों को प्रोत्साहन तथा वैज्ञानिक शिक्षा को प्रत्येक सम्भव सहयोग देने का महत्वपूर्ण कार्य क्रियान्वित किया है।

(3) सामाजिक विज्ञान क्षेत्र में योगदान- यूनेस्को विचारगोष्ठियों के आयोजन, अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के निर्माण तथा देशों के बीच आपसी तनावों को दूर करने के अनेक कर्त किए हैं।

(4) सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान – यह संस्था सांस्कृतिक क्षेत्र में अनेक प्रकार की कलाओं तथा दर्शन से सम्बन्धित साहित्य के प्रकाशन का कार्य भी करती है। भारत के प्राचीनतम धार्मिक ग्रन्थ ऋग्वेद को यूनेस्को ने 2007 में विश्व सांस्कृतिक विरासत सूची में सम्मिलित किया है।

(5) पुनर्वास सम्बन्धी योजनाएँ- विभिन्न देश के शरणार्थियों को पुनर्वास सम्बन्धी सुविधाएँ प्रदान करना भी यूनेस्को का कार्य है।

(6) प्राविधिक सहायता–     यूनेस्को के प्राविधिक सहायता विभाग के विशेषज्ञ विभिन्न देशों को प्राविधिक मदद प्रदान करते हैं।

 

प्रश्न 6. संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का क्या योगदान है ? लिखिए।

उत्तर- संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का योगदान भारत संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रबल समर्थक है, अतः वह उसमें पूर्ण आस्था रखता है। संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के योगदान अथवा भूमिका को निम्न प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) संयुक्त राष्ट्र संघ के आदेशों का परिपालन- भारत 30 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बना था। उसने प्रारम्भ से ही संयुक्त राष्ट्र संघ के आदेशों का परिपालन किया है। उदाहरणार्थ- 1948, 1965 तथा 1971 में संयुक्त राष्ट्र संघ के आदेश पर भारत ने युद्ध विराम किया था।

(2) अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान तथा विश्व शान्ति की स्थापना में सहायता – भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ मिलकर अनेक अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान में निर्णायक भूमिका का निर्वहन किया है। उदाहरणार्थ कोरिया, हिन्द चीन, कांगो तथा मिस्र इत्यादि देशों की समस्या को हल करने में भारत का योगदान दुनिया से छिपा हुआ नहीं है।

(3) संयुक्त राष्ट्र संघ के संगठन में सहयोग –  भारत ने शुरू से ही संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यप्रणाली तथा उसके संगठन में सहभागिता की है। वर्तमान में लगभग 140 भारतीय संयुक्त राष्ट्र संघ के सचिवालय में कार्यरत् है भारत के सी. वी. नरसिंहम् महासचिव कार्यालय के उपसचिव के दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। इनसे पूर्व भी अनेक भारतीय संयुक्त राष्ट्र संघ में उच्च पदों को सुशोभित कर चुके हैं।

(4) साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद का विरोध-भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में उपनिवेशवाद तथा साम्राज्यवाद का तीव्र विरोध किया है। जिन राष्ट्रों ने अपने आपको साम्राज्यवाद के चंगुल से मुक्त कराने हेतु संघर्ष किया, उनका भारत ने पुरजोर समर्थन किया है।

Conclusion :

इस पोस्ट में हमने MP Board, cg board…etx.  के कक्षा 12 राजनीति शास्त्र पाठ्यपुस्तक के पहले अध्याय6अन्तर्राष्ट्रीय संगठन [International Organisation]का समाधान को देखा, हमारे इसी वेबसाइट पे आपको कक्षा 12 के जीवविज्ञान के सलूशन, भौतिकी के सलूशन, गणित के सलूशन, रसायन विज्ञान के सलूशन, अंग्रेजी के सलूशन भी मिलेंगे. आप उन्हें भी ज़रूर देखे.

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