Essay in Role of Computers in School Education

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नमस्कार दोस्तों , हमारे Website www.ncertskill.com में आपका स्वागत है, आज इस पोस्ट के माध्यम से Essay in Role of Computers in School Education निबंध के बारे में देखेंगे। यह निबंध बहुत ही आसान भाषा में है जिससे आपको एक बात पड़ने पर याद हो जाएगा। आप इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों में शेयर करें ताकि इस पोस्ट के माध्यम से सभी लोग लाभ उठा सकें।

Essay in Role of Computers in School Education

 Role of Computers in School Education

Or

Computers in Our Daily Life Or Advantages of Computer in Our Daily Life

 

Main Points –

  1. Introduction ,
  2. What are Computers ?,
  3. How Computers Work ?,
  4. Role in School Education ,
  5. Conclusion 

Introduction

This is computer age. Computers are playing a great role in our daily life. Computers are used in banks, industries, offices, hotels, Shops and many other places. They have made our life easier and comfortable. ATMs have helped people very much.

What are Computers ?-

Computers are machines that do a lot of work like doing complicated calculations, solve scientific problems, store memory, communicate information and help people living in far distant places in conversing with each other. They can provide information and prevent traffic accidents. Atomation through computer has saved the time and energy of life. Thus, human beings get more leisure than they had in past.

How Computers Work ?-

Computer is the result of human mind exercises. It can help in any physical action. We have to feed it before any mental work. It is called data. It processes the data and gives the needed result.

Role in School Education –

Computers can play an important role in School Education. Graphical and animated lessons help students in a better understanding of the concepts. Students can increase their knowledge by finding information over the Internet and may get in touch with students in other parts of the world by participating in various forums. Online tutorials and lessons also guide students in clarification of concepts.

Further, computers act as an excellent leisure for refreshing students after hard work. Students may play games, watch movies, listen to music and also show their creativity by drawing pictures or creating artistic designers.

Conclusion –

Since the computers have occupied almost every field in our life, it is essential that students should be taught their use in their school life. Knowledge of computers is essential in today’s world and thus students should try to gain it as much as possible.

 

परिचय –

यह कंप्यूटर युग है. कंप्यूटर हमारे दैनिक जीवन में बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। कंप्यूटर का उपयोग बैंकों, उद्योगों, कार्यालयों, होटलों, दुकानों और कई अन्य स्थानों पर किया जाता है। उन्होंने हमारे जीवन को आसान और आरामदायक बना दिया है। एटीएम से लोगों को काफी मदद मिली है.

कंप्यूटर क्या हैं?-

कंप्यूटर ऐसी मशीनें हैं जो बहुत सारे काम करती हैं जैसे जटिल गणना करना, वैज्ञानिक समस्याओं को हल करना, मेमोरी स्टोर करना, सूचनाओं का संचार करना और दूर-दराज के स्थानों में रहने वाले लोगों को एक-दूसरे से बातचीत करने में मदद करना। वे जानकारी प्रदान कर सकते हैं और यातायात दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं। कंप्यूटर के माध्यम से परमाणुकरण ने जीवन का समय और ऊर्जा बचाई है। इस प्रकार, मनुष्य को पहले की तुलना में अधिक फुरसत मिलती है।

कंप्यूटर कैसे काम करते हैं?-

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कंप्यूटर मानव मस्तिष्क के व्यायाम का परिणाम है। यह किसी भी शारीरिक क्रिया में मदद कर सकता है। हमें किसी भी मानसिक कार्य से पहले इसे खिलाना होगा। इसे डेटा कहा जाता है. यह डेटा को प्रोसेस करता है और आवश्यक परिणाम देता है।

स्कूली शिक्षा में भूमिका –

स्कूली शिक्षा में कंप्यूटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ग्राफिकल और एनिमेटेड पाठ छात्रों को अवधारणाओं की बेहतर समझ में मदद करते हैं। छात्र इंटरनेट पर जानकारी प्राप्त करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं और विभिन्न मंचों में भाग लेकर दुनिया के अन्य हिस्सों के छात्रों से संपर्क कर सकते हैं। ऑनलाइन ट्यूटोरियल और पाठ भी छात्रों को अवधारणाओं को स्पष्ट करने में मार्गदर्शन करते हैं।

इसके अलावा, कंप्यूटर कड़ी मेहनत के बाद छात्रों को तरोताजा करने के लिए एक उत्कृष्ट अवकाश के रूप में कार्य करता है। छात्र खेल खेल सकते हैं, फिल्में देख सकते हैं, संगीत सुन सकते हैं और चित्र बनाकर या कलात्मक डिजाइनर बनाकर अपनी रचनात्मकता भी दिखा सकते हैं।

निष्कर्ष –

चूंकि कंप्यूटर ने हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, इसलिए यह आवश्यक है कि छात्रों को स्कूली जीवन में इसका उपयोग सिखाया जाए। आज की दुनिया में कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है और इसलिए छात्रों को इसे यथासंभव हासिल करने का प्रयास करना चाहिए।

 

What is essay? Explain in detail? | निबंध किसे कहते हैं ? विस्तार से समझाइए ?

किसी निश्चित topic पर prose में लिखे हुए एक short piece को essay या निबन्ध कहते हैं। आपको अपनी परीक्षा के लिए किसी विषय पर 250 शब्दों में essay लिखने लिए कहा जाएगा।

Essay का कोई एक निश्चित structure नहीं होता और न ही इस बात का कोई बन्धन होता है कि उसे किस बात से प्रारम्भ किया जाए और किस बात पर उसका अन्त हो । निबन्ध लेखक दिये गये विषय पर अपने विचारों, तर्कों, निष्कर्षो और भावनाओं को अपनी इच्छा योजनानुसार प्रस्तुत करने के लिए स्वतन्त्र होता है। यह बिल्कुल आवश्यक नहीं है कि topic के बारे में सभी सूचनाओं, तर्कों या दृष्टिकोणों को उनकी सम्पूर्णता में दिया जाये। बल्कि आवश्यक यह होता है कि जो भी points of thought या विचार विन्दु निबन्ध में दिये जाएँ। वे पढ़ने वाले को प्रभावित कर सकें, विश्वसनीय तथा logical लगे और लेखक के दृष्टिक को स्पष्टता के साथ प्रतिबिम्बित करते हों।

Essay में paragraphs का निर्धारण भी अपनी योजनानुसार किया जा सकता है। हाँ essay की विषयवस्तु (content) को प्रारम्भिक वाक्यों में introduce करना होता है और उसके बाद विषय का विस्तार करना होता है जिसमें सूचनाओं, तर्कों और भावनाओं को एक systematic ढंग से प्रस्तुत करना होता है। अन्त में किसी विचार, निष्कर्ष, प्रश्न, सम्भावना, भविष्यवाणी या रोचक कथन के साथ essay का conclusion (समापन) कर दिया जाता है। यह आवश्यक नहीं कि introduction, main body सदा conclusion के लिए अलग-अलग paragraphs ही लिखे जाएँ।

निर्धारित शब्द संख्या की सीमा में रहते हुए essay को एक, दो, तीन या चार-जितने भी उचित लगे-paragraphs में लिखा जा सकता है। हाँ, 250 शब्दों का निबन्ध structure में सन्तुलित दिखे, उसके Paragraphs भी आकार में सन्तुलित लगे और उनमें points को उचित क्रम से संयोजित किया जाए। Essay की एक विशेषता यह भी होती है कि उसमें सभी सर्वमान्य विचारों, धारणाओं या points को सम्मिलित करना आवश्यक नहीं होता। लेखक के अपने निजी तर्कों, धारणाओं और निष्कर्षो को स्वतन्त्र रूप से essay में स्थान मिलता है। शर्त केवल यह है कि वे readable, तर्कसंगत, प्रभावी और रोचक हो।

निबन्ध के स्वरूप और उसके लेखन कौशल को ठीक से समझने के लिए इन essays को ध्यान से देखिए जो वर्तमान समय के लिए प्रासंगिक (relevant) topics पर लिखे गए हैं।

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